आज के दौर का अजब है हाल दोस्तो
जो भी चुप रहा हुआ हलाल दोस्तो
है ख़्वाब की ये दुनिया या दुनिया ही ख़्वाब है
काश हो भी जाए सच से विसाल दोस्तो
खुद ही सर झुकाया कातिल के सामने
है किस बात का फिर मलाल दोस्तो
बाज़ार जाने कब रगों में आ मिला
सब ख़्वाब बन गए अब माल दोस्तो
बात सिर्फ हक की बाक़ी नहीं रही
ख़याल का भी है अब सवाल दोस्तो
साहिल' है ऐतराज़ कि बातें ही सुर्ख हों
ख़याल भी तो चाहिए अब लाल दोस्तो
बाज़ार जाने कब रगों में आ मिला/ सब ख़्वाब बन गए अब माल दोस्तो
जवाब देंहटाएंjiyo mere lal
bhaiya laal
chhaa gaye yaaraN
बढ़िया बहुत बढ़िया मेरे भाई
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